दूरस्थ तथा दुर्गम अबूझमाड़ वन्य क्षेत्र में स्थित इस महाविद्यालय के लिए लक्ष्य निर्धारण महज एक औपचारिकता ही नहीं है बल्कि एक सतत् विमर्श है, जिससे महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं का सर्वांगीण विकास संभव हो सके। हमारा शिक्षा का उद्धेश्य विद्यार्थियों को सिर्फ उस स्थान तक पहुँचाना ही नहीं है,जहां वे धनार्जन कर जीविका चला सकें बल्कि जीविकोपार्जन की उत्कृष्ट संभावनाओं का विकास करते हुए उनके प्रतिभा को निखार कर एक ऐसी भावना का संचार करना है जो उन्हें देश के ईमानदार कर्मठ तथा उत्तरदायी नागरिक के रूप में स्थापित कर सके।
मुझे विश्वास है कि दूरस्थ वन्यक्षेत्र(अबूझमाड़) में संचालित यह महाविद्यालय समाज में नई चेतना जगाने में अहम भूमिका निभाएगा।
Dr. S. R. Kunjam
Principal