Principal's Message
दूरस्थ तथा दुर्गम अबूझमाड़ वन्य क्षेत्र में स्थित इस महाविद्यालय के लिए लक्ष्य निर्धारण महज एक औपचारिकता ही नहीं है बल्कि एक सतत् विमर्श है,
जिससे महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं का सर्वांगीण विकास संभव हो सके।
हमारा शिक्षा का उद्धेश्य विद्यार्थियों को सिर्फ उस स्थान तक पहुँचाना ही नहीं है,
जहां वे धनार्जन कर जीविका चला सकें बल्कि जीविकोपार्जन की उत्कृष्ट संभावनाओं का विकास करते हुए उनके प्रतिभा को निखार कर
एक ऐसी भावना का संचार करना है जो उन्हें देश के ईमानदार, कर्मठ तथा उत्तरदायी नागरिक के रूप में स्थापित कर सके।