शासकीय स्वामी आत्मानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय नारायणपुर छत्तीसगढ़ (मेंटर मेंटी सेल)
मेंटर-मेंटी सेल के बारे में
इस महाविद्यालय में अध्ययन के दौरान विद्यार्थियों को विभिन्न चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए, उनकी चिंताओं, शिकायतों को सुनने और उनका निवारण करने तथा महाविद्यालय के संरक्षक और प्रबंधन द्वारा उचित कार्यवाही करने के लिए मेंटर-मेंटी शैक्षणिक सत्र 2024-25 हेतु सेल का गठन निम्नानुसार किया जाता है।
इस प्रकोष्ठ का गठन मुख्य रूप से सभी विद्यार्थियों को अध्ययन और पाठ्येतर गतिविधियों में सुधार लाने के लिए मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करने तथा महाविद्यालय में उनके कार्यकाल के दौरान आने वाली कठिनाइयों को कम करने के उद्देश्य से किया गया है।
इस सेल के माध्यम से, महाविद्यालय सभी विद्यार्थियों को परामर्श और व्यक्तिगत ध्यान भी प्रदान करता है। प्रशिक्षु अपने पाठ्यक्रम की सामग्री, समीक्षा, छात्रवृत्ति, पूर्व विद्यार्थियों, एनसीसी, एनएसएस और अतिरिक्त गतिविधियों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं जो आत्मविश्वास बढ़ा सकते हैं, या उन्हें अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने या अपनी रुचि के अनुसार उपयुक्त गतिविधियों को चुनने के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत कर सकते हैं।
महाविद्यालय का मानना है कि मेंटर-मेंटी अवधारणा से मेंटरों, महाविद्यालय कर्मचारियों, समाज, अभिभावकों और महाविद्यालय के अन्य विद्यार्थियों के साथ सामंजस्य और संबंध विकसित होंगे।
लक्ष्य एवं उद्देश्य:
सलाहकारों, महाविद्यालय कर्मचारियों, समाज और अभिभावकों के साथ सामंजस्य और संबंध विकसित करना
प्रशिक्षुओं के शैक्षणिक प्रदर्शन को सुनिश्चित करना और उसे बढ़ाना तथा उन्हें पाठ्येतर और सह-पाठ्यचर्या गतिविधियों के लिए प्रोत्साहित करना
विद्यार्थियों को प्रेरित करना और उनमें आत्मविश्वास पैदा करना
शैक्षिक गतिविधियों में प्रशिक्षुओं की भागीदारी को विनियमित करना तथा उनमें बहुमुखी कौशल विकसित करने के परिणाम का आकलन करना
मेंटर-मेंटी के बीच संचार की खाई को पाटना
वास्तविक समय के मुद्दों से निपटने और समग्र विकास के लिए कौशल विकसित करने के लिए प्रशिक्षुओं में कौशल विकसित करना
अध्ययन के दौरान या विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करने में तनाव पर चर्चा करना, उसका समाधान करना और उसे कम करना
अनुशासन को बढ़ावा देना और मेंटर-मेंटी की गतिविधियों को विनियमित करना
परामर्शदाताओं के कर्तव्य/जिम्मेदारियां:
नियुक्त प्रशिक्षुओं के साथ मेंटर-मेंटी की अवधारणा का परिचय दें और उस पर चर्चा करें।
सभी प्रशिक्षुओं की बैठक पाक्षिक रूप से या आवश्यकतानुसार बुलाएं तथा उनकी समस्याओं को दर्ज करें, समस्याओं का समाधान प्रदान करें, उन्हें शैक्षिक प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए सलाह और सुझाव दें, उन्हें पाठ्येतर और सह-पाठ्यचर्या गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें, उनकी आवश्यक जानकारी और विवरण निर्धारित प्रारूप में दर्ज करें, भविष्य की बैठक के कार्यक्रम के बारे में उनसे चर्चा करें।
शैक्षणिक प्रदर्शन (आंतरिक और बाह्य परीक्षा) और व्यवहार संबंधी पहलुओं का ट्रैक रिकॉर्ड दोस्तों, सहपाठियों और छात्रावास वार्डन/माता-पिता से रखें।
प्रशिक्षुओं को तर्कसंगत और संवेदनशील तरीके से सहायता और समर्थन प्रदान करें।
धीमी गति से सीखने वाले/कम प्रदर्शन करने वाले प्रशिक्षुओं की शैक्षणिक, पाठ्येतर और सह-पाठ्यचर्या गतिविधियों की प्रगति का रिकॉर्ड बनाए रखें और उचित सुधारात्मक कार्रवाई करें।
धीमी गति से सीखने वाले/कम प्रदर्शन करने वाले प्रशिक्षुओं के लिए अतिरिक्त कक्षा/सुधारात्मक कक्षा का मार्गदर्शन और व्यवस्था करना तथा उचित सुधारात्मक कार्रवाई करना।
प्रशिक्षु की कक्षा में उपस्थिति का मासिक रिकार्ड रखना तथा आंतरिक एवं सेमेस्टर समाप्ति परीक्षा (एसईई) से पहले की जाने वाली कार्रवाई का सुझाव देना।
प्रशिक्षुओं के कर्तव्य/जिम्मेदारियां:
बैठक में नियमित रूप से भाग लें
प्रवेश के समय या मेंटर-मेंटी समूह में शामिल होने के समय निर्धारित फॉर्म में व्यक्तिगत और शैक्षणिक जानकारी भरें
उपस्थिति, आंतरिक और सेमेस्टर अंत परीक्षा (एसईई) के अंक, पाठ्येतर और सह-पाठ्यचर्या गतिविधियों में भागीदारी का विवरण जब भी आवश्यक हो प्रदान करें
गुरुजनों से मार्गदर्शन एवं सुझाव लें तथा उनका सख्ती से पालन करें
गुरु के साथ सम्मान, गरिमा, शिष्टाचार और शालीनता से व्यवहार करें
कार्यक्रम विवरण:
प्रवेश के समय/शैक्षणिक सत्र के प्रारंभ में, विभागाध्यक्ष की अनुशंसा पर मेंटर-मेंटी सेल द्वारा कार्यक्रम के प्रथम वर्ष से ही मेंटरों को प्रशिक्षुओं को सौंप दिया जाता है।
एक कार्यक्रम के प्रशिक्षु को वर्षवार एक ही संरक्षक को सौंपा जा सकता है। एक संरक्षक के अधीन एक समय में 30 से अधिक प्रशिक्षु नहीं हो सकते।
कार्यक्रम की अवधि के दौरान, अधिमानतः एक ही प्रशिक्षु को एक ही मार्गदर्शक के साथ जोड़ा जाएगा।
मेंटर-मेंटी सेल मेंटरों से मेंटी की बैठकों के रिकार्ड नियमित आधार पर मंगाएगा।
मेंटरों को वर्णित अनुसार मेंटरों के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों का निर्वहन करना होगा
मेंटर, नियुक्त मेंटी की सूची में से स्टार परफॉर्मर और खराब प्रदर्शन करने वाले/धीमे सीखने वालों की पहचान करेंगे, उनके प्रदर्शन या उदासीन व्यवहार के कारणों का पता लगाएंगे। मेंटर को संबंधित विभाग के एचओडी को रिपोर्ट करनी होगी और उसकी एक प्रति आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ को भी देनी होगी।
विशेष मामलों/परिस्थितियों में, अध्यक्ष-मेंटर-मेंटी सेल/विभागाध्यक्ष मेंटी और उनके माता-पिता के साथ भी बातचीत कर सकते हैं।
मेंटर अपने प्रशिक्षुओं की उपस्थिति और व्यवहार संबंधी मुद्दों को बनाए रखेंगे तथा उन पर निगरानी रखेंगे। मेंटर सुधारात्मक उपाय करेंगे या यदि आवश्यक हो तो अभिभावकों को शामिल कर सकते हैं। आगे की कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग के विभागाध्यक्ष और मेंटर-प्रशिक्षु प्रकोष्ठ के अध्यक्ष को सूचित करेंगे।
शैक्षणिक मामलों के लिए, मेंटर अपने मेंटेस के शैक्षणिक प्रदर्शन को भी बनाए रखेंगे और ट्रैक करेंगे। शैक्षणिक प्रदर्शन में कक्षा का निरंतर मूल्यांकन, आंतरिक मूल्यांकन, सेमेस्टर का अंतिम मूल्यांकन और पाठ्येतर और सह-पाठ्यचर्या गतिविधियों में भागीदारी रिकॉर्ड शामिल हो सकते।
संयोजक
भगवान दास चांडक सहायक प्राध्यापक (भौतिक शास्त्र)
शासकीय स्वामी आत्मानंद स्नातकोत्तर महाविद्यालय नारायणपुर छत्तीसगढ़